मुंबई: मुंबई में ताउते तूफ़ान के कारण समुद्र में फंसे लोगों को बार निकालने अभियान बुधवार को भी जारी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक नौसेना, पी-305 बार्ज से 180 लोगों को बचा चुकी है जबकि 93 लोगों के अब भी वहां फंसे होने की आशंका है. हालांकि ये बार्ज डूब चुका है, बचाए गए एक कर्मचारी ने मिडिया को बताया कि बार्ज के डूबने से पहले इस पर सवार लोगों ने लाफ़ जैकेट पहनकर समंदर में छलांग लगा दी थी. बताते चलें कि नौसेना के 4 युद्धपोत इस मिशन पर लगे हुए हैं. वहीं दूसरी बार्ज गाल कंस्ट्रक्टर से सभी 137 लोगों को कोस्ट गार्ड और नौसेना ने बचा लिया है. ऐसे ही एक और जहाज सागर भूषण को भी बचा लिया गया है उस पर 101 लोग सवार थे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 707 कर्मियों को ले जा रहे तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार को समुद्र में फंस गए थे. इनमें 273 लोगों को ले जा रहा ‘पी305’ बजरा, 137 कर्मियों को ले जा रहा ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे. साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे. अधिकारी ने कहा कि ‘जीएएल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद 137 जबकि पी305 में मौजूद 273 में से 180 लोगों को बचा लिया गया है.
नौसेना के अधिकारियों के अनुसार ‘दमन के तटरक्षक वायु स्टेशन से संचालित दो चेतक हेलीकॉप्टरों ने ‘जीएएल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद कर्मियों के बचाया. एक और चेतक हेलीकॉप्टर को भी बचाव अभियान में शामिल किया गया है.’ उन्होंने बताया कि नौसेना पोत INS ब्यास, INS बेतवा और INS तेग, INS कोच्चि और INS कोलकाता के साथ बजरा P-305 के लिए खोज और बचाव अभियान में शामिल हुए, जो मुंबई तट विकास क्षेत्र में मुंबई से 35 समुद्री मील दूर डूब गया है. अभियान P8I और नौसेना हेलीकॉप्टरों के साथ भी शुरू किया गया है जो इलाके में लगातार खोज रहे हैं. पश्चिमी नौसेना कमान ने ONGC और जहाजरानी के महानिदेशक के समन्वय में सहायता के लिए पांच टग नौकाएं (अन्य नौका या पोत को खींच कर लाने वाली नौका) भेजी हैं.